Speech कैसे दें? जानिए Powerful भाषण से जुड़े कुछ बेहतरीन टिप्स

Speech kaise de? वैसे तो हम कई सारी बातें अपने दोस्तों से या फिर अपने फॅमिली मेंबर्स से शेयर करते रहते है पर दिक्कत तो तब आती है जब हमें लोगों के सामने खड़े होकर speech देना होता है या कुछ बोलना होता है, तब हम कही न कही पीछे हट जाते है क्योंकि एक तरह से हमारे मन में स्टेज फियर रहता है और साथ ही साथ हमें स्टेज पर खड़े होने के बाद किस तरह से पेश आना है, अपनी बातों को लोगों के सामने किस तरह से रखना है इन बातों का पता नहीं होता इसलिए कही न कही हमें स्पीच देने के नाम से ही डर लगता है|

इन्हीं सारी बातों को ध्यान में रखकर आज इस आर्टिकल के ज़रिये हम एक अच्छी स्पीच कैसे दे सकते है?, स्पीच के दौरान कौनसी बातें ध्यान में रखनी होती है? इन सभी सवालों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे ताकि आप जब भी किसी के सामने स्पीच दें तो इस आर्टिकल में बताई गयी बातों को अपनाकर अपनी स्पीच को बहुत ही बढ़िया तरीके से लोगों के सामने पेश कर सकें और लोगों पर अपनी अच्छी impression छोड़ सकें|

स्पीच क्यों ज़रूरी है?

  • स्पीच के ज़रिये हम अपनी विचारों को, अपनी भावनाओं या फिर किसी विषय को लेकर अपनी खुद की सोच को एक ही वक़्त में बहुत सारे लोगों के सामने रख सकते है और इसके ज़रिये हम लोगों पर अपना अच्छा प्रभाव डाल सकते है और साथ ही स्पीच देने से हमारे व्यक्तित्व में भी एक अलग ही निखार आता है|

स्पीच से जुड़े कुछ बेहतरीन टिप्स

1) सही विषय चुनें:

  • स्पीच देने के लिए सबसे पहले ज़रूरी है सही विषय को चुनना इसलिए आप कोई ऐसा विषय चुनो जिसमे की आप को अच्छा नॉलेज हो या फिर उस विषय में आपकी रूचि हो इससे आप अपनी स्पीच अच्छी तरह से दे पाएंगे|
  • कभी कभी ऐसा भी हो सकता है की आप को कोई ऐसे विषय पर बात करनी पड़े जिसमे की आप को रूचि और नॉलेज न हो ऐसे में आप उस विषय के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त कर के और उस विषय के महत्वपूर्ण पॉइंट्स को अच्छे से समझ के उस विषय में स्पीच दे सकते है|

2) स्पीच को अच्छे से लिखें:

  • अब जब आप को पता है की स्पीच कीस विषय में देनी है तो अब बारी आती है उस विषय की अच्छे से जानकारी प्राप्त कर के स्पीच को लिखने की इसलिए जिस भी उस विषय को आपने चुना है उसके बारे में आप सारी महत्वपूर्ण जानकारी इंटरनेट के माधयम से या फिर किसी बुक से इकठ्ठा कर ले|
  • उसके बाद आप स्पीच में उस विषय के बारे में कौन कौन से पॉइंट्स पर बोलना चाहते है उन्हें अच्छे से लिखिए और एक एक पॉइंट को अच्छे से समझिये|

3) प्रैक्टिस करें:

  • स्पीच अच्छी तरह लिखने के बाद परिवार वालों के सामने या फिर अपने फ्रेंड्स के सामने उस स्पीच की अच्छी तरह से प्रैक्टिस करें और जहा पर आपसे गलतियां हो रही है या फिर आप जिस पॉइंट को भूल रहे है उसकी बार बार प्रैक्टिस करें और अपने दोस्तों या परिवार वालों से भी पूछे की और कहा कहा पर आपसे गलतियां हो रही है|
  • आप शीशे के सामने खड़े रहकर भी प्रैक्टिस कर सकते हो इससे भी आप को अपनी छोटी छोटी गलतियों के बारे में पता चल जाएगा|

4) अपने दर्शकों (Audience) के बारे में ध्यान रखें:

  • आप अपनी स्पीच किसके सामने देने जा रहे इस बात का ख़याल रखें जैसे अगर आप को सुनने वाले छोटे बच्चे है या आपके हम उम्र है या फिर उम्र में आपसे बड़े लोग है उस हिसाब से आप अपनी स्पीच दें ताकि आप अपने स्पीच के जरिये उनसे क्या कहना चाहते है इस बारे में दर्शक अच्छे से समझ पाए और आपके वो आपसे अच्छी तरह जुड़ पाए|
  • स्पीच अगर बच्चों के सामने दे रहे है तो बहुत ही आसान सी भाषा का प्रयोग आप को करना होगा और बहुत ही प्यार से सारी बातों को समझाना होगा वही अगर हम उम्र या फिर आपसे उम्र में बड़े लोगों के सामने आप को सारी बातें प्रोफेशनल भाषा में समझानी होंगी|

5) आवाज का लहजा (Tone) सही रखें:

  • जब भी आप स्पीच दे रहे हो तब लोगों से आपकी दुरी कितनी है और आप जिस जगह पर स्पीच दे रहे हो वो जगह कितनी बड़ी है इन चीज़ों को ध्यान में रख कर उस हिसाब से अपनी आवाज़ का लहज़ा यानिकि अपनी आवाज़ ऊँची या नीची रखनी है| जैसे की अगर आप किसी मैदान पर या किसी बड़े हॉल में स्पीच दे रहे हो तो ऐसे में सामने बैठे लोगों से आपकी दुरी ज्यादा रहेगी इसलिए आप अपनी आवाज़ थोडीसी ऊँची रख सकते हो|
  • वैसे ही अगर आप किसी छोटे हॉल में स्पीच दे रहे हो तो ऐसे में सामने बैठे लोगों से आपकी दुरी कम रहेगी इसलिए आपको अपनी आवाज़ ना ज्यादा ऊँची रखनी है और ना ही ज्यादा नीची रखनी है यानिकि जैसे हम नार्मल तरीके से बात करते है वैसी आवाज़ में स्पीच देनी है|

6) Voice modulation करें:

  • Voice modulation आवाज़ को situation के हिसाब से आवाज़ को ऊँचा या नीचा करना| जैसे की अगर आप अपनी स्पीच कोई गंभीर या भावनिक (Emotional) बात बता रहे हो तो आप थोड़ी धीमी आवाज़ में बात करें| वैसे ही अगर आप जोश से भरी हुयी बातें कर रहे हो या सामने बैठे लोगों को मोटीवेट करने वाली कोई बात बता रहे हो तो ऐसे में आप अपनी आवाज़ को ऊँची रख सकते हो| Voice modulation की वजह से आप अपनी स्पीच को और भी बेहतर तरीके से लोगों के सामने पेश कर पाओगे|

7) स्पीच को शुरू और ख़त्म ठीक से करें:

  • अगर आपके स्पीच की शुरुवात अच्छी होती है तो लोगों पर आपका अच्छा प्रभाव पड़ता है और आपकी स्पीच को लोग अच्छी तरह से सुनते है वही अगर स्पीच की शुरुवात अच्छे से नहीं हुयी तो आप लोगों पर अच्छा प्रभाव नहीं डाल पाएंगे और लोग आपकी स्पीच को गंभीरता से नहीं सुनेंगे और वो जल्द ही आपसे बोर भी हो जाएंगे|
  • स्पीच की शुरुवात करते वक़्त आप वहा पर मौजूद सभी लोगों का धन्यवाद करें जैसे उदाहरण के तौर पर आप कुछ ऐसा कह सकते है “मंच पर उपस्थित सारे मान्यवरों को और मेरे सामने उपस्थित सारे श्रोतागण (Audience) को मै दिल से प्रणाम कर के अपने भाषण की शुरुवात करता हु”|
  • आप अपनी स्पीच को ख़त्म करते वक़्त भी सभी का धन्यवाद करें जैसे उदाहरण के तौर पर आप कुछ ऐसा कह सकते है “आज आपने मुझे इस मंच पर बोलने का मौका दिया और मेरी बातों को अच्छे से सुना इसलिए मंच पर उपस्थित सारे मान्यवरों को और मेरे सामने उपस्थित सारे श्रोतागण (Audience) को एक बार फिर से मै दिल से धन्यवाद करता हु”| ऐसा कहने से लोगों पर आपकी बातों का अच्छा प्रभाव पड़ेगा|

8) स्पीच का उद्देश्य ध्यान में रखें:

  • आप अपनी स्पीच के ज़रिये लोगों से क्या कहना चाहते है इस बात को ध्यान में रखकर आप सारी बातों को अच्छे से अपने audience के सामने बोलें| मुद्दे की बात करो और अपने मुख्य विषय को छोड़कर बात मत करो क्योंकि इससे आपकी स्पीच पूरी तरह से बिगड़ सकती है और फिर audience को भी आप क्या कहना चाहते है ये सही तरह समझमे नहीं आएगा और वो जल्द ही आपके स्पीच से बोर हो जाएंगे|

9) बॉडी लैंग्वेज सही रखें:

speech kaise de बॉडी लैंग्वेज सही रखें

  • अपनी स्पीच को और ज्यादा effective बनाने के लिए और अपने audience को अपनी बातों में engage रखने के लिए आप स्पीच देते वक़्त सही तरीके से बॉडी लैंग्वेज का इस्तेमाल करें जैसे की चेहरे पर एक हलकी सी स्माइल रखें, कोई गंभीर बात बताते वक़्त चेहरे पर गंभीरता रखें याफिर मोटीवेट करते वक़्त या कोई interesting सी चीज़ बताते वक़्त अपने चेहरे पर उत्साह दिखाए|
  • अपनी बातों को बताते वक़्त हाथों का इस्तेमाल करें, आपके विषय के हर एक पॉइंट को बताते वक़्त स्टेज पर अपनी जगह बदलते रहे|इससे आपकी audience पर आपका प्रभाव बना रहेगा और उनका ध्यान आपकी बातों पर रहेगा| अगर आप किसी डाइस पर खड़े होकर स्पीच दे रहे हो तो अपने शरीर को सीधा रखें और वहा पर आप अपने हाथों का ज्यादा इस्तेमाल न करें और ऐसे में बोलते वक़्त एक ही हाथ के सहारे अपनी बातों को कहे| स्पीच की शुरुवात और समाप्त स्टेज के बीच में खड़े रहकर करें|

10) कहानी और उदाहरणों का प्रयोग करें:

  • स्पीच देते वक़्त बीच बीच में उस विषय से संबंधित उदाहरण दें और साथ ही साथ कहानी के ज़रिये भी उस विषय के बारे में बताने की कोशिश करें इससे लोग उस विषय को और ज्यादा अच्छे से समझ पाएंगे|

11) दर्शकों को Engage रखें:

  • स्पीच के दौरान आप अपने दर्शकों को उस विषय से संबंधित कोई सवाल पूछ सकते है या फिर कोई एक हल्का फुल्का चुटकुला सुना सकते है या फिर अपनी कुछ बातों को ही मजेदार तरिके से अपने दर्शकों के सामने रख सकते है| ऐसा करने से स्पीच के दौरान दर्शक बोर नहीं होंगे और वो आपकी स्पीच को और ज्यादा दिलचस्पी के साथ सुनेंगे|

12) समय का ध्यान में रखें:

  • ये याद रखें की स्पीच की एक निश्चित समय सीमा होती है इसलिए आपके स्पीच का जो मुख्य विषय है और जो महत्वपूर्ण पॉइंट्स है उसके बारे में लोगों को समय रहते ही अच्छे से बताये और अपनी स्पीच को ज्यादा लंबा खींचने की कोशिश न करें और स्पीच के दौरान मुद्दे से भटक कर बातें कर के समय को जाया न करें नहीं तो बहुत ही जल्द आपके स्पीच से लोग बोर हो जाएंगे|

13) थोड़े ठहराव के साथ बात करें:

speech kaise de ठहराव के साथ बात करें

  • स्पीच के दौरान हर एक दो वाक्यों को बोलने के बाद 3 से 4 सेकण्ड्स का एक हलका सा ठहराव (pause) ले इससे दर्शकों को आपकी कही गयी बातों को समझने का वक़्त मिल जाएगा और आप भी अपनी अगली बात सोच समझकर अपने दर्शकों के सामने रख पाएंगे|

इन आर्टिकल्स को भी ज़रूर पढ़ें –

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Self Confidence कैसे बढ़ाये? 12 Tips आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए

Conclusion

तो आज के इस आर्टिकल में हमने जाना की स्पीच देना क्यों ज़रूरी है? और साथ ही साथ हमने जाना की बेहतरीन तरीके से स्पीच देने के लिए किन किन चीज़ों का ध्यान रखा जाता है जैसे की स्पीच के लिए सही विषय चुनना, स्पीच को अच्छे से लिखना, प्रैक्टिस करना, स्पीच देते समय आवाज के लहजे का ध्यान रखना, अपने दर्शकों को ध्यान में रखकर स्पीच देना, परिस्थिति के हिसाब से आवाज़ को ऊपर नीचे करना, अपनी बॉडी लैंग्वेज सही रखना, दर्शकों को अपने स्पीच में एंगेज रखना, ठहराव के साथ बात करना, समय का ध्यान रखना, स्पीच में उदहारण और कहानियों का प्रयोग करना, स्पीच की शुरुवात और अंत सही ढंग से करना; तो आपको हम आशा करते है की आपको सभी चीज़ें अच्छे से समझ आ गयी होगी। आपकी इस आर्टिकल के बारे में क्या राय है ये आप हमें कमेंट कर के ज़रूर बताये

This Post Has 2 Comments

  1. Rajendra

    किसी हमारे ,साथी senior ka retirement per speech Kaise De

    1. admin

      उनमें जो अच्छी बातें है उसकी तारीफ़ करें, जॉब में रहते वक़्त उन्होंने किस तरह से अपना कर्तव्य को निभाया उसके बारे में बताये और उनके काम की तारीफ करे, उनका और आपका रिश्ता कैसा था और आपको उनसे कौन कौन सी चीज़ें सीखने को मिली इसके बारे में बताये, उनके अचीवमेंट्स के बारे में बताये और अंत में थोडासा इमोशनल टच देकर उन्हें रिटायरमेंट की बधाई दें..

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