मार्केटिंग कैसे करें? जानिए मार्केटिंग का सम्पूर्ण ज्ञान

जैसा की आप को पता ही है की किसी भी बिजनेस में हमे अपने प्रोडक्ट और सर्विस के द्वारा अपने कस्टमर को अच्छी सेवा देनी होती है और उसमें से ही हमें अपना मुनाफा मिलता है ये तो हो गयी बिजनेस की साधारण रणनीति| लेकिन आप अपने प्रोडक्ट और सर्विस को तभी बेच पाओगे जब आप कस्टमर तक पहुँच पाओगे और उसके लिए बिजनेस में एक चीज़ बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है और वो है मार्केटिंग करना|

मार्केटिंग के द्वारा हम अपने ब्रांड और अपने प्रोडक्ट्स का प्रमोशन कर पाते है और इस वजह से ज्यादा से ज्यादा लोग प्रोडक्ट के बारे में जान पाते है और उसे खरीद पाते है| वैसे तो मार्केटिंग के कई सारे तरीके है जो की आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे और साथ ही साथ मार्केटिंग है क्या और इसमें कौनसी चीज़ें important है इसके बारे में भी जानकारी लेंगे|

मार्केटिंग क्या है? (Meaning of marketing in hindi)

  • मार्केटिंग यानिकि विपणन एक ऐसी प्रक्रिया जिसमे की छोटी बड़ी कंपनियां अलग अलग माध्यमों के ज़रिये अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को प्रमोट करती है जिससे की ज्यादा से ज्यादा कस्टमर तक प्रोडक्ट्स की जानकारी पहुंचे और ज्यादा से ज्यादा लोग उस प्रोडक्ट को खरीद पाए और उसके परिणाम में प्रोडक्ट्स की बिक्री (Selling) ज्यादा होगी और कंपनी को मुनाफा भी ज्यादा मिलेगा|

The 4 Ps of Marketing in Hindi

1) Product:

  • Product यानिकि आपका उत्पाद कौनसा है?

2) Price:

  • आपके उत्पाद का price यानिकि मूल्य कितना है? ये चीज़ ग्राहक के दृश्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण होती है|

3) Place:

  • Place यानिकि जगह| आप जिस जगह पर अपना प्रोडक्ट बनाकर बेचना चाहते हो उस जगह पर उस प्रोडक्ट की डिमांड है भी या नहीं ये जानना आपके लिए बेहद ज़रूरी है|

4) Promotion:

  • Promotion यानिकि अलग अलग मार्केटिंग के तरीकों को का इस्तेमाल कर के लोगों तक अपने प्रोडक्ट के बारे में जानकारी पहुंचाना|

मार्केटिंग कैसे करें?

  • मार्केटिंग करने के लिए आज कल सोशल मीडिया प्लेटफार्म का, ऑनलाइन वेबसाइट या फिर ब्लॉग्स का और paid advertisement का ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है इसके अलावा और भी कई सारे तरीके है जिनके बारे में जानना ज़रूरी है|

मार्केटिंग के तरीके

1) बिजनेस टू कस्टमर मार्केटिंग:

  • इसमें कंपनी अपने कस्टमर के ज़रिये अपने ब्रांड और अपने प्रोडक्ट्स का प्रमोशन करती है| इसके लिए कंपनी अपने कस्टमर को प्रोडक्ट्स पर अच्छा खासा डिस्काउंट भी देती है|
  • For example:

Amazon, Walmart या फिर Trivago जैसी travel sites अपने कस्टमर को डिस्काउंट देकर अपने ब्रांड का प्रमोशन करते है|

2) बिजनेस टू बिजनेस मार्केटिंग

मार्केटिंग कैसे करें बिजनेस टू कस्टमर मार्केटिंग

  • इसमें कंपनी किसी कस्टमर को नहीं बल्कि दूसरे कंपनी को अपनी service provide करती है मतलब यहाँ कंपनियां एक दूसरे के साथ लेन देन का व्यवहार करती है इसलिए बिजनेस टू बिजनेस मार्केटिंग में लेन देन की एक श्रृंखला बन जाती है जहा पर की एक कंपनी दूसरे कंपनी को अपने प्रोडक्ट्स बेचती है|
  • For example:

जैसे की ऐसी बहुत सारी कंपनियां है जो मोबाइल के पार्ट्स बनाकर बड़े बड़े मोबाइल कंपनियों को सप्लाई करती है|

3) मीडिया मार्केटिंग:

  • इसमें अलग अलग प्रकार के मीडिया के ज़रिये कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स और ब्रांड का प्रमोशन करती है| मार्केटिंग के लिए इसमें रेडियो स्टेशन, टेलीविज़न, अख़बार, मैगज़ीन्स, ऑनलाइन वेबसाइट या फिर ब्लॉग्स का भी इस्तेमाल किया जाता है|
  • For example:

जैसे की मोटरसाइकिल, कार, ब्यूटी प्रोडक्ट्स या फिर इन जैसी और कई सारे प्रोडक्ट्स बनाने वाली छोटी बड़ी कंपनियां टेलीविज़न के ज़रिये, रेडियो स्टेशन के ज़रिये, अख़बार और मैगज़ीन्स के ज़रिये अपने ब्रांड का प्रमोशन करती है|

4) इंटरनेट मार्केटिंग:

मार्केटिंग कैसे करें इंटरनेट मार्केटिंग

जैसे की आप को मालूम ही है की आज कल हर छोटी बड़ी कंपनियां जैसे की Nike, Spotify, Dove या फिर Starbucks जैसी कंपनियां यूट्यूब और इंस्टाग्राम के ज़रिये अपने प्रोडक्ट का प्रमोशन करती है|

5) क्रॉस मार्केटिंग:

  • इसमें हम अपने प्रोडक्ट की बिक्री बढ़ाने के लिए दूसरे कंपनियों के साथ सहयोग (Collaboration) करते है और फिर एक दूसरे की ब्रांड का प्रचार (Promotion) करते है|
  • For example:

जैसे की Coca-Cola और McDonald’s एक दूसरे की advertisement कर के एक दूसरे के प्रोडक्ट को promote करते है|

6) डायरेक्ट सेलिंग:

  • इसमें कंपनी डायरेक्ट अपने कस्टमर को अपना प्रोडक्ट बेचती है मतलब की यहाँ पर कंपनी और कस्टमर के बीच कोई भी दलाल नहीं रहता| डायरेक्ट सेलिंग में प्रोडक्ट को ऑनलाइन, घर पर या फिर कार्यस्थल पर बेचा जाता है मतलब की डायरेक्ट सेलिंग में प्रोडक्ट्स को किसी भी स्टोर में नहीं बेचा जाता|
  • For example:

गहने, सौंदर्य प्रसाधन या फिर घरेलु सामान बनाने वाली कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स को डायरेक्ट सेलिंग कर के मतलब की ऑनलाइन या फिर घर पर बेचती है जैसे की Amway, Avon, Oriflame और Modicare|

7) एम्प्लोयी मार्केटिंग:

  • अगर आसान शब्दों में कहा जाए तो इसमें कंपनी अपने एम्प्लोयी यानिकि अपने कर्मचारियों के द्वारा अपने ब्रांड की और अपने प्रोडक्ट्स का promotion करती है| इसलिए कर्मचारी जिस कंपनी से जुड़ा हुआ है अगर वो उसी कंपनी के प्रोडक्ट को खरीदता है तो उस प्रोडक्ट पर उसे एक अच्छा खासा डिस्काउंट दिया जाता है|
  • For example:

जैसे की MasterCard जैसी कंपनी जो की credit और debit card provide करती है| वो अपने कर्मचारियों के Facebook, Twitter, और LinkedIn accounts के ज़रिये अपने ब्रांड का promotion करती है|

8) पेड़ मीडिया एडवरटाइजिंग:

  • जैसे की इसके नाम से ही पता चलता है की पेड़ मीडिया एडवरटाइजिंग में अपने ब्रांड और प्रोडक्ट के प्रमोशन के लिए कंपनी को कुछ पैसे देने पड़ते है| पेड़ मीडिया एडवरटाइजिंग में TV Ads, स्पॉन्सरशिप, प्रिंट एडवरटाइजिंग जैसे की अख़बार और ब्रॉउचर और इसके अलावा मैगजीन्स रेडियो स्टेशन और पेड सोशल मीडिया Ads इन माध्यमों का भी इस्तेमाल किया जाता है|

9) पॉइंट ऑफ परचेस मार्केटिंग:

  • इसमें कंपनियां ग्राहक को अपना प्रोडक्ट बेचते वक़्त अपने दूसरे प्रोडक्ट की भी जानकारी देती है मतलब की एक तरह से वो अपना एक प्रोडक्ट बेचते वक़्त अपने दूसरे प्रोडक्ट्स का भी प्रमोशन करती है ताकि कस्टमर उनके दूसरे प्रॉडक्ट्स को भी खरीदलें और उनके दूसरे प्रोडक्ट्स की बिक्री बढ़े|
  • For example:

जैसे की अगर आप मोबाइल वगैरह खरीदने जाओ तो आप को मोबाइल के साथ साथ उसी कंपनी के और भी प्रोडक्ट्स जैसे की ब्लूटूथ या फिर हेडफोन्स की भी जानकारी भी दी जाती है ताकि आप मोबाइल के साथ साथ उन प्रोडक्ट्स को भी खरीद सकें|

10) वर्ड ऑफ माउथ एडवरटाइजिंग:

मार्केटिंग कैसे करें वर्ड ऑफ माउथ एडवरटाइजिंग

  • इसमें खुद कस्टमर प्रोडक्ट का प्रमोशन करता है| जब कस्टमर को किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर के अच्छा अनुभव मिला हो और उसकी अपेक्षा की पूर्ति हो गयी हो या फिर उसे अच्छी सर्विस मिली हो तो वो औरों को भी उस प्रोडक्ट के बारे में बताता है और इसीको हम वर्ड ऑफ माउथ एडवरटाइजिंग कहते है|
  • For example:

आपने देखा होगा ऑनलाइन प्रोडक्ट खरीदते वक़्त या फिर कोई ऍप डाउनलोड करते वक़्त हम reviews देखते है जिसमे की कस्टमर या फिर यूजर ने अपने अपने अनुभव शेयर किये होते है तो वर्ड ऑफ माउथ एडवरटाइजिंग का ये एक अच्छा उदहारण है|

Conclusion

  • तो आज इस आर्टिकल के ज़रिये हमने मार्केटिंग के बारे में जानकारी ली| जिसमें हमने मुख्य तौर पर कैसे अलग अलग तरीकों से मार्केटिंग की जाती है ये जाना जिसमें बिजनेस टू कस्टमर मार्केटिंग, बिजनेस टू बिजनेस मार्केटिंग, मीडिया मार्केटिंग, इंटरनेट मार्केटिंग, वर्ड ऑफ माउथ एडवरटाइजिंग इसके अलावा और भी मार्केटिंग के तरीकों को जाना|
  • याद रखें मार्केटिंग का मुख्य उद्देश्य प्रोडक्ट्स का प्रमोशन करना है जिससे की उस प्रोडक्ट की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचती है और उस प्रोडक्ट की बिक्री बढ़ती है|

इन्हे भी पढ़े

So guys आपको ये वाला article कैसे लगा ये comment section में ज़रूर बताना; साथ ही साथ कुछ suggestions हो तो बता देना और आपको किस topic पर article चाहिए ये भी बता देना|

आपका कोई personal question हो तो आप मुझे selfhelpinhindi@gmail.com पे मेल कर सकते हो| Thank you, stay connected & love you guys…

Leave a Reply